पाई का इतिहास हजारों साल पुराना है प्राचीन काल से हम इंसान पाई का इस्तेमाल करते आए हैं लेकिन आप जानते हो कि पाई क्या है और पाइ का स्टीफन हॉकिंग अल्बर्ट आइंस्टाइन जैसे वैज्ञानिकों से क्या रिश्ता है मै जानता हूं बहुत से लोग गणित को पसंद नहीं करते लेकिन आज हम पाई की रहस्य रोचक तथ्य को जानेंगे तो चलिए जानते हैं पाई के बारे में.
1. प्रतिवर्ष संपूर्ण विश्व में पाई दिवस (π) 3/14 अर्थात मार्च 14 को मनाया जाता है। पाई का मान 3.14 है, इसलिए 14 मार्च के दिन पाई दिवस मनाया जाता है। पाई (π) यानी 22/7 एक विकट संख्या है.
2. पाई का सटीक मान कोई नहीं निकाल पाया इसका बस अनुमान ही बताया जा सकता है जो 3.1428 है इस कारण यह तकनीकी तौर पर सही नहीं है लेकिन कहीं बड़ी संख्याओं की गणना करने में सटीकता को बढ़ाता है>
3. महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन का जन्म 14 मार्च को हुआ था और उन्होंने काफी समय तक पाई के जरिए नदी की सेटिंग लंबाई निकालने पर काम किया था.
4. जापान के इंजीनियर ने पाई का मान निकालने के लगातार 90 दिनों तक कड़ी मेहनत की लेकिन पाई की गणना खत्म नहीं हुई इस दौरान उसने दशमलव के बाद 5000 अंकों तक पाई का मान निकाला.
5. एक जर्मन मैथमेटिशियन जिनको Ludolphusacollen कहा जाता है उन्होंने अपनी पूरी उम्र पाई कि केवल 35 वैल्यू कैलकुलेट करने में निकाल दी.
6. 2009 के 5 दिवस पर यूएस हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव स्थिति को राष्ट्रीय पाए दिवस के रूप में स्वीकार किया.
7. 2010 में गूगल ने इस तिथि पर वृत्त और पाई के चिह्नों को प्रदर्शित करता एक डूडल अपने होम पेज पर प्रस्तुत कर इस आयोजन में अपनी स्वीकृति और भागीदारी भी सुनिश्चित कर दी.
8. इस तिथि के समीपवर्ती एक और तिथि है 22 जुलाई या 22/7 जो कि ‘पाई एप्रोक्सिमेशन दिवस’ के रूप में मनाया जाता है जो कि फ्रैक्शन पद्धति में पाई के मान के सदृश्य ही है.
9. गणित के रोचक तत्वों की शृंखला में ‘पाई मिनट’ को भी शामिल कर लिया जाता है जब 14 मार्च को 1:59:26 AM / PM पर पाई के सात दशमलवीय मान प्राप्त हो जाते हैं यानि 3.1415926.
10. समस्त विश्व में इस अवसर पर पाई के प्रयोग, महत्त्व आदि पर चर्चा – परिचर्चा का आयोजन करने की परंपरा स्थापित होती जा रही है। जबकि संयोग से प्रख्यात भौतिकविद और चिन्तक अलबर्ट आइंस्टाइन का जन्मदिवस (14 मार्च 1879) भी है। जिस परमाणु उर्जा के रचनात्मक उपयोग का उन्होंने स्वप्न देखा था, आज के परिदृश्य में उससे जुड़ी विनाशकारी संभावनाओं को देखते हुए उनकी मनःस्थिति की हम सिर्फ कल्पना ही कर सकते हैं। विज्ञान की उस महान् विभूति को नमन
11. ज्यामिती में किसी वृत्त की परिधि की लंबाई और व्यास की लंबाई के अनुपात को पाई कहा जाता है। प्रत्येक वृत्त में यह अनुपात 3.141 होता है, लेकिन दशमलव के बाद की पूरी संख्या का अब तक आंकलन नहीं किया जा सका है, इसलिए इसे अनंत माना जाता है.
12. महान गणितज्ञ आर्यभट्ट ने किया था पाई (π) के सिद्धान्त की खोज जब यूरोप के लोग गणित का ककहरा सीख रहे थे, तब महान भारतीय गणितज्ञ आर्यभट्ट पाई की जटिल पहेली को सुलझा रहे थे| गणित में दशमलव पद्धति का अविष्कार करने वाले और दुनिया को शून्य से अवगत कराने वाले आर्यभट्ट ने ही पाई के सिद्धान्त का प्रतिपादन भी किया था.