चाणक्य नीति अध्याय 12 अनमोल वचन | Chanakya quotes in Hindi Chapter 12Chanakya quotes 1 12 वीं अध्याय के आरंभ में श्री चाणक्य कहते हैं कि घर आनंद से युक्त हो संतान बुद्धिमान हो पत्नी मधुर वचन बोलने वाली हो इच्छापूर्ति के लायक धन हो पत्नी के प्रति प्रेम भाव हो आज्ञाकारी सेवक हो अतिथि का सत्कार और शिव की पूजा हो घर में मिष्ठान वह शीतल जल मिला करें और महात्माओं का सत्संग … [Read more...] about चाणक्य नीति अध्याय 12 अनमोल वचन | Chanakya quotes in Hindi Chapter 12
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चाणक्य नीति अध्याय 13 अनमोल वचन | Chanakya quotes in Hindi Chapter 13
चाणक्य नीति अध्याय 13 अनमोल वचन | Chanakya quotes in Hindi Chapter 13Chanakya quotes 1 13 अध्याय की शुरुआत में श्री चाणक्य कहते हैं की उत्तम कार्य करते हुए एक पल का जीवन भी श्रेष्ठ है परंतु दोनों लोगों में दुष्कर्म करते हुए हजारों साल का जीना भी श्रेष्ठ नहीं है आगे समझाते हैं कि बीते हुए का शौक नहीं करना चाहिए और जो भविष्य में होने वाला है उसकी कभी चिंता नहीं करनी चाहिए आए … [Read more...] about चाणक्य नीति अध्याय 13 अनमोल वचन | Chanakya quotes in Hindi Chapter 13
चाणक्य नीति अध्याय 2 अनमोल वचन| Chanakya quotes in Hindi Chapter 2
चाणक्य नीति अध्याय 2 अनमोल वचन | Chanakya quotes in Hindi Chapter 2Chanakya quotes 1 दूसरे अध्याय के शुरू में ही चाणक्य कहते हैं झूठ बोलना उतावलापन दिखाना छल कपट मूर्खता अत्यधिक लालच करना शुद्धता और दैनिता यह सभी प्रकार के दोष स्त्रियों में स्वाभाविक रूप से मिलते हैं स्त्रियों के विषय में चाणक्य की उपयुक्त धारण का कारण क्या रहा था. यह कहना तो कठिन है परंतु सभी स्त्रियों … [Read more...] about चाणक्य नीति अध्याय 2 अनमोल वचन| Chanakya quotes in Hindi Chapter 2
चाणक्य नीति अध्याय 14 अनमोल वचन | Chanakya quotes in Hindi Chapter 14
चाणक्य नीति अध्याय 14 अनमोल वचन | Chanakya quotes in Hindi Chapter 14Chanakya quotes 1 जिंदगी की सीख देने वाली बात के साथ शुरुआत करते हुए श्री चाणक्य कहते हैं कि इस पृथ्वी पर तीन ही रत्न है जल, अन और मधुर वचन. बुद्धिमान व्यक्ति इसकी समझ रखता है परंतु मूर्ख लोग पत्थर के टुकड़े को ही रतन कहते हैं. जल और अन के बिना मनुष्य का जीवन बिल्कुल भी संभव नहीं है और मधुर वचन के बिना … [Read more...] about चाणक्य नीति अध्याय 14 अनमोल वचन | Chanakya quotes in Hindi Chapter 14
चाणक्य नीति अध्याय 15 अनमोल वचन | Chanakya quotes in Hindi Chapter 15
चाणक्य नीति अध्याय 15 अनमोल वचन | Chanakya quotes in Hindi Chapter 15 Chanakya quotes 1 शुरुआत में श्रीचाणक्य कहते हैं जिसका हृदय सभी प्राणियों पर दया करने हेतु द्रव्य दौड़ता है उसे ज्ञान मोक्ष जटा और भसम लगाने की क्या जरूरत है. भाव यह है कि हमें सदैव प्राणियों पर दया करना चाहिए, उनसे स्नेह करना चाहिए जो ऐसा करता है उसका स्थान परमात्मा के समकक्ष हो जाता है. जो … [Read more...] about चाणक्य नीति अध्याय 15 अनमोल वचन | Chanakya quotes in Hindi Chapter 15