साइकोलॉजी के सबसे बेस्ट जॉब में से एक जॉब है साइकोलॉजी प्रोफेसर बनना आप से ऐसे बहुत सारे लोग होंगे जिसका समझाने का तरीका अलग होगा या फिर दूसरों के साथ अपना नॉलेज शेयर करना पसंद होगा या फिर आप में से कुछ लोग ऐसे होंगे जो टीचिंग लाइन में अपना करियर बनाना चाहते होंगे तो आज हम आपको बताएंगे साइकोलॉजी प्रोफेसर बनने की पूरी जानकारी स्टेप बाय स्टेप और आज हम बात करने वाले हैं जैसे कि आप एक साइकोलॉजी प्रोफेसर बन सकते हैं
साइकोलॉजी प्रोफेसर बनने के लिए मिनिमम एजुकेशनल रिक्वायरमेंट क्या होती है प्रोफेसर बनने के लिए आपको कौन-कौन से एग्जाम क्लियर करने होंगे और एक अच्छे प्रोफेसर में कौन-कौन क्वालिटी होना बेहद जरूरी है साइकोलॉजीकल प्रोफेसर कैसे बन सकते हैं यह जाने से पहले जान लेते हैं की साइक्लोजिकल प्रोफेसर में कौन-कौन से 3 मेन रैंक होती साइकोलॉजी प्रोफेसर की जो 3 रैंक होती है उसमें पहली रैंक है-
- assistant professo
- Associate professor
- Professor
तो आपको सबसे पहले AS A असिस्टेंट ज्वाइन करना होगा और AS A असिस्टेंट प्रोफेसर ज्वाइन करने के लिए ज्वाइन करने के लिए आपको क्लियर करना होगा NET (national eligibility test) और नेट का एग्जाम देने के लिए जरूरी है कि आपने अपने साइकोलॉजी मास्टरिंग में मिनिमम 55% प्राप्त किए हो और यदि आप नेट का एग्जाम क्वालीफाई कर लेते हैं
उसके बाद आप इंडिया के किसी भी इंस्टीट्यूट कॉलेज यूनिवर्सिटी या फिर यूनिवर्सिटी में AS A असिस्टेंट प्रोफेसर ज्वाइन करने के लिए आवेदन कर सकते हैं चलिए हम आपको स्टेप बाय स्टेप बताते हैं कैसे आप साइकोलॉजी प्रोफेसर बन सकते हैं
सबसे पहले आपकी ग्रेजुएशन कंप्लीट होनी चाहिए साइकोलॉजी में और ग्रेजुएशन में अच्छे मार्क्स लाने के बाद आपको कंप्लीट करना होगा मास्टर इन साइकोलॉजी जिसमें आप कर सकते हैं एमएससी या फिर M.A इन साइकोलॉजी और मास्टर्स में आपको लेकर आने होंगे 55% से ज्यादा मार्क्स वरना आप एग्जाम में प्रतिवाद नहीं कर पाएंगे
तो मास्टर कंप्लीट करने के बाद एमफिल कर सकते हैं और इसके बाद पीएचडी कर सकते हैं और उसके साथ साथ नेट की तैयारी भी कर सकते हैं नेट की तैयारी भी कर सकते हैं अभी तक तो नेट क्वालीफाई करने के बाद किसी भी कॉलेज या फिर यूनिवर्सिटी में AS A असिस्टेंट प्रोफेसर ज्वाइन कर सकते थे पर आने वाले कुछ समय में UGCK नए रूल के अकॉर्डिंग असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए P.H.D पूरी होना जरूरी है
P.H.D होना जरूरी है खैर यह तो बाद की बात है अभी जान लेते हैं एक अच्छा साइकोलॉजी प्रोफेसर बनने के लिए आपके अंदर कौन-कौन योग्यता होना बेहद जरूरी है तो जो सबसे पहले क्वालिटी है वह है एक अच्छा साइकोलॉजी प्रोफेसर बनने के लिए केवल ज्ञान जरूरी नहीं है
यह जरूरी है कि आप अपने ज्ञान को अपने स्टूडेंट को पहुंचा पा रहे हैं कि नहीं यानी कि आपका प्रेजेंटेशन करने का तरीका ऐसा होना चाहिए जो कि सभी मानसिक स्तर के बच्चे तक आराम से पहुंच पाए और सभी बौद्धिक स्तर पर जो भी बच्चे हैं निचले स्तर से लेकर उच्च स्तर तक वह सभी आपके बातों को आसानी से समझ पाए
इसके बाद जो दूसरी क्वालिटी है वह है फ्रेंडली नेचर एक्सीडेंट द्वारा प्रोफेसर के बीच में डिसिप्लिन होना बहुत जरूरी है लेकिन साथ ही साथ आज के समय को देखते हुए फैमिली बिहेवियर भी बहुत जरूरी है लेक्चर के वक्त या फिर क्लास के वक्त आपका ओवरऑल नेचर ऐसा होना चाहिए कि कोई भी स्टूडेंट आपसे कुछ पूछ ले या फिर प्रश्न करने में हिचकिचाए ना
इसके बाद तीसरी क्वालिटी है एक्सपीरियंस और एग्जांपल साइकोलॉजी में हम कहीं ऐसे टॉपिक पड़ेंगे जिनकी थ्योरी पढ़कर उन्हें समझना बेहद मुश्किल हो जाता है ऐसे मैं एक अच्छे प्रोफ़ेसर को चाहिए कि वह उस चीज को उनके लाइव से कनेक्ट करा कर या फिर उदाहरण देकर समझाएं उदाहरण देकर समझाने से फायदा यह होता है की याद भी जल्दी हो जाता है और स्टूडेंट को वह लंबे समय तक याद रहता है
उसके बाद चौथी क्वालिटी है लाइफ की समझ एक अच्छा प्रोफेसर वही होता है जो स्टूडेंट को उसकी बुक की नॉलेज के साथ-साथ लाइव की पहचान भी करा सके ने बताएं कि केवल एजुकेशन की मदद से इस सोसाइटी में एक अच्छा चेंज ला सकते हैं जिस चेंज की जरूरत आज हमारे सोसाइटी को है और उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ बिहेवियर और ह्यूमनीटी की भी सीख दे जिससे कि मैं पढ़ाई में तो अच्छी रहे साथ ही साथ एक अच्छे इंसान भी बन सके यह है एक अच्छे साइकोलॉजी की पहचान होती है
तो आज हमने बात की यदि आपको प्रोफेसर बनना है उसके लिए सबसे पहले आपको अपना साइकोलॉजी में ग्रेजुएशन करना पड़ेगा उसके बाद साइकोलॉजी मैं मास्टर करना पड़ेगा जिसके अंदर आपको 55% अंकल आना बेहद जरूरी है जिसके बाद आप नेट क्वालीफाई कर सकते हैं और नेट क्वालीफाई करने के बाद आप किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी मैं आवेदन कर सकते हैं
असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में साथ ही साथ अपने P.H.D भी जारी रख सकते हैं तो इस तरह असिस्टेंट प्रोफेसर के बाद आपके एक्सपीरियंस को देखते हुए एसोसिएट प्रोफेसर बनाया जाता है और उसके बाद आप बन सकते हैं एक साइकोलॉजी प्रोफेसर यह सब डिपेंड करता है
आपके वर्किंग स्टाइल और आपके एक्सपीरियंस पर अगर आपको सच में हेल्पिंग बिहेवियर है आप अपनी नॉलेज दूसरों के साथ शेयर करना चाहते हैं तब भी आप एक अच्छा साइकोलॉजी करियर बना पाएंगे साइकोलॉजी प्रोफेसर एक जिम्मेदारी से भरा पेशा है यदि आप इसे सिर्फ अच्छी सैलरी के वजह से ज्वाइन करना चाहते हैं तो ज्वाइन करने से पहले एक बार जरूर सोच लीजिए