How alcohol companies use psychology to sell their product.
एल्कोहल का एडवर्टाइजमेंट बाकी का एडवर्टाइजमेंट से बिल्कुल अलग होता है क्योंकि अल्कोहल का एडवर्टाइजमेंट में कुछ रिस्ट्रिक्शन होते हैं. जैसे कि अपने एडवर्टाइजमेंट में डायरेक्ट अल्कोहल को sale नहीं कर सकते.
लेकिन पहले ऐसा नहीं था पहले लोग डायरेक्ट अल्कोहल के एडवरटाइजमेंट टीवी पर दिखाते थे लेकिन फिर ब्रिटेन की महिलाओं ने एक प्रोटेस्ट चालू किया जिसमें उन्होंने बोला कि टीवी पर अल्कोहल का एडवर्टाइजमेंट की वजह से उनके पति है और ज्यादा अल्कोहल को कंज्यूम कर रहे हैं और तभी से टीवी पर अल्कोहल का एडवर्टाइजमेंट बंद हो गई.
यही तो शुरुआत हुई सेरोगेट एडवर्टाइजमेंट की क्या आपने कभी बकाटी ब्लास्ट की म्यूजिक cd, ऑफिसर चॉइसकी म्यूजिक CD, रॉयल स्टेज खरीदी है या फिर crals bug ke club glases, नहीं ना फिर भी इनकी टीवी पर एडवर्टाइजमेंट आती रहती है तो दोस्तों इसे कहते हैं सेरोगेट एडवरटाइजमेंट.
जहां पर एक प्रोडक्ट के थ्रू किसी दूसरे प्रोडक्ट का एडवर्टाइजमेंट की जाती है. अगर बात की जाए इंडिया के किंगफिशर की तो इसमें एक कदम और आगे है, बाकी कंपनी जहां पर CD और ग्लास बेच रही है वहीं पर किंगफिशर चाहे पानी हो सोडा हो कैलेंडर हो एयरलाइन हो किंगफिशर ने अपने अलग-अलग प्रोडक्ट के थ्रू अपने ब्रांड को प्रमोट किया है.
यहां तक कि किंगफिशर ने एक पूरी की पूरी आईपीएल टीम भी खरीद ली अपने मेन प्रोडक्ट को प्रमोट करने के लिए रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु में जो स्टार्टिंग में रॉयल चैलेंजर आता है उसका लोगों सेम टू सेम रॉयल चैलेंज बियर जैसा है और इन सब कंपनी का मेन मोटिव है जो किंगफिशर का मेन ब्रांड है यानी बीयर और एल्कोहल उस को प्रमोट करना.
अभी तो हमने बात की है सेरोगेट एडवर्टाइजमेंट कि इसके बारे में डिटेल की आर्टिकल हमारी वेबसाइट पर आपको जल्द ही मिलेगी इसलिए अगर आपने अभी तक चैनल को सब्सक्राइब नहीं किया तो जल्दी से चैनल को सब्सक्राइब कर लीजिए.
अब बात करते हैं कैसे बीयर और अल्कोहल की कंपनी अपनी एडवर्टाइजमेंट में साइकोलॉजी का इस्तेमाल करती है. जो लोग बीयर या फिर अल्कोहल पीते हैं उनको 3 चीजें ज्यादा ग्रैब करती हैं जोकि है humur, सेक्स और ब्रेवरी. तो चलिए जानते हैं कि कैसे अल्कोहल ब्रांड इनका इस्तेमाल करके अपने प्रोडक्ट को बेचती है और अपने ऑडियंस का अटेंशन grab करती है.
क्योंकि आज के समय में हम दिन भर में 600 से ज्यादा एडवर्टाइजमेंट देखते हैं लेकिन हमें उनमें से कुछ चुनिंदा एडवर्टाइजमेंट ही याद रह पाती है. तो चली जानते हैं साइकोलॉजी के हिसाब से इन तीनों एडवर्टाइजमेंट टेक्निक में से कौन सा एडवर्टाइजमेंट टेक्निक एल्कोहल ब्रांड का सबसे ज्यादा फायदा देता है.
humur :- जो humur एडवर्टाइजमेंट होते हैं वह बाकी का एडवर्टाइजमेंट से काफी ज्यादा अपीलिंग होते हैं. जब एक सर्वे में top 500 एडवर्टाइजमेंट देखे गए तो उसमें से 60% एडवर्टाइजमेंट में humur था.
साइकोलॉजिस्ट Harlan जिस एडवर्टाइजमेंट में humar था वह कंजूमर के परचेसिंग बिहेवियर में काफी अच्छा इफेक्ट डाल रहा था. और शायद यही कारण है हमें मेन विल बे मेन वाला इंपीरियल ब्लू का एडवर्टाइजमेंट याद है वह भी केवल उसके humur के कारण. एडवर्टाइजमेंट में कहीं पर भी एल्कोहल या बियर का जिक्र नहीं है लेकिन उसके बावजूद भी जो सेल है उसमें काफी ज्यादा बढ़ोतरी देखी गई है इसके पीछे के 2 कारण.
1.Beer is a “low-risk purchase”
2.Consumers don’t heavily investigate qualities of a beer brand
Sex in Advertising: Not as Effective as Expected? सेक्सी एडवर्टाइजमेंट लाइक छोटे कपड़ों में लड़कियां पार्टीज बगैरा आजकल एडवर्टाइजमेंट में इतनी ज्यादा सक्सेसफुल नहीं है और ऐसा ही थे ब्रेवरी का भी है अगर बात कीजिए ना इसकी तो उस समय में ऐसा एडवर्टाइजमेंट काफी ज्यादा सक्सेसफुल हुआ करते थे जैसे कि एडवर्टाइजमेंट जहां पर एक आदमी है जिसकी दाढ़ी है हट्टा कट्टा है इसको एडवर्टाइजमेंट के अंदर काफी ज्यादा ब्रेव दिखाया गया है.
इसके चारों तरफ लड़कियां बैठी है और यह बोलता है मैं बीयर कभी कबार ही पीता हूं लेकिन जब भी पीता हूं तो इसी ब्रांड का पीता हूं. लेकिन आजकल ऐसे एडवर्टाइजमेंट का ब्रांड पर एक गलत इंपैक्ट पड़ता है और इसे ही कहते हैं वैंपायर इफेक्ट.
एक सर्वे हुआ जहां पर पूछा गया कि एल्कोहल के एडवर्टाइजमेंट में आप humur देखना ज्यादा पसंद करेंगे या फिर सेक्स और ब्रेवरी तो उसमें से 30% लोगों ने बोला कि वह humur को देखना ज्यादा पसंद करेंगे वहीं पर केवल 10 परसेंट लोगों ने बोला कि वह सेक्स एंड ब्रेवरी बियर के एडवर्टाइजमेंट में बिकनी में लड़कियां दिखाना काफी ज्यादा कॉमन है जिसकी वजह से कोई भी बीयर अल्कोहल का ब्रांड अपने कंपीटीटर से अलग नहीं रहता.
इसलिए हर एक ब्रांड आज अपनी खुद की आइडेंटिटी बनाने में लगी हुई है. जिसमें जो humur है वह काफी ज्यादा इजी वे है अपने एडवर्टाइजमेंट को दिखाने का. हर साल एल्कोहल ब्रांड करीबन 46 बिलियन डॉलर अपने एडवर्टाइजमेंट में लगाती है.
आजकल जो Brands है वह डेमोग्राफिक को देखते हुए अपने ads बनाती है. इसके अलावा बीयर और अल्कोहल कंपनी हमारे इमोशन और फीलिंग का भी काफी अच्छे से फायदा उठाती है. वह अपने ब्रांड को ऐसे स्पेलिंग ऑफ प्राइड बनाना चाहती है जिसका मतलब है कि हमने हमें जब भी पार्टी का मन हो तो हम बीयर बार में जाए या बियर पिए यहां पर वह डायरेक्ट एडवर्टाइजमेंट अपने बीयर का नहीं कर सकते इसलिए वह मूवीस और वेब सीरीज में इसके अलावा स्पोर्ट्स में जब कोई टीम जीती है तो बियर के साथ जब चैंपियन के साथ उसका जश्न मनाती है जो कि साइकोलॉजिकली हमारी ब्रेन पर टारगेट करता है कि जब भी हमें सेलिब्रेशन करना हो तो हम बियर के साथ या अल्कोहल के साथ करें.
आपने अक्सर मूवीस में देखा होगा कि जब भी किसी की नौकरी लग जाती है या फिर किसी को पार्टी देनी होती है तो मेनली अल्कोहल की पार्टी देते हैं. इसके अलावा ऐसे सोशल स्टैंडर्ड के तौर पर भी देखा जाता है साइकोलॉजिकली हमें अपना बीयर या अल्कोहल भेजती है इसके लिए वह हमारे पसंदीदा सेलिब्रिटीज को लेती है जहां पर मूवीस में हम देखते हैं कि जो हमारे बड़े सेलिब्रिटी हैं एडवर्टाइजमेंट में ही जो हीरो होता है वह काफी हैंडसम होता है सूट बूट पहना हो और वह फिर किसी ब्रांड का बियर पीता है और ऐसा कॉमन ब्रांड होता है जिसका इस्तेमाल हम भी करते हैं आई मीन इंपीरियल ब्लू का एक अल्कोहल है जो कि नॉर्मल ही लोग करते हम करते हैं और वह प्राइस भी काफी ज्यादा कंजूमर फ्रेंडली है एक्टर होगा अपने मूवी में उसी को पिएगा जिससे कि हमारे अंदर भी एक फील प्राइड आती है कितना अमीर आदमी भी यह वाली ड्रिंक पी रहा है तो हमें अपने अंदर pride महसूस होता है.