सभी जानते हैं की MS Dhoni केवल इंडिया में नहीं बल्कि पूरे वर्ल्ड ऑफ द बेस्ट क्रिकेटर के नाम से जाने जाते हैं एक छोटे शहर से आने वाले धोनी की लाइफ बहुत ही इंस्पायरिंग रही है यह कहना गलत नहीं होगा कि माही ने अपनी क्रिकेट के दम पर करोड़ों लोगों के दिल में अपनी जगह बना ली है इस वीडियो में हम आपको धोनी से जुड़े ऐसे रोचक तथ्य बताएंगे जिन्हें शायद आप ना जानते हो.
Amazing Facts About Mahendra singh Dhoni in Hindi
महेंद्र सिंह धोनी अपने स्कूल के टाइम पर कई टूर्नामेंट खेलते थे चाहे वह स्कूल के लिए हो या कोई इंडिपेंडेंट मैच धोनी हर जगह जाकर क्रिकेट खेलते थे. उन दिनों रांची में कई ऐसे टूर्नामेंट होते थे जहां पर छक्का मारने पर कैश प्राइज दिया जाता था और बस यही से धोनी ने अपना पॉकेट मनी निकालना शुरू कर दिया.
महेंद्र सिंह धोनी सचिन से पहली बार 2001 में दिलीप ट्रॉफी के दौरान मिले थे. सचिन अपोजिशन टीम में थे और बहुत अच्छे बैटिंग कर रहे थे धोनी उस मैच में नहीं खेल रहे थे लेकिन उनकी ड्यूटी सब को पानी पिलाने की थी.
तो धोनी जब ड्रिंक ब्रेक के दौरान सबके लिए रिफ्रेशमेंट लेकर गए तब सचिन ने धोनी से पूछा कि मुझे भी पानी मिल सकता है धोनी ने बिना कुछ कहे सचिन को पानी की बोतल पकड़ा दिया और यह उनकी सचिन से पहली मुलाकात थी.
महेंद्र सिंह धोनी जब इंडिया के लिए अंडर-19 खेलते थे तो उसी टीम का हिस्सा अकाश चोपड़ा भी थे. जब उन्होंने धोनी के लंबे बाल देखें तो सीनियर प्लेयर होने के नाते आकाश ने धोनी को एडवाइज देते हुए कहा अगर इंडियन टीम में खेलना है तो अपने बाल कटवा दो वरना तुम्हारा सिलेक्शन होना मुश्किल है.
तो धोनी ने उनकी बातों को ज्यादा सीरियस ना लेते हुए रिप्लाई किया कि क्या पता हम भी इंडिया के लिए खेल ले और शायद सभी यही हेयर स्टाइल रखना शुरु कर दें और यह बात सबको पता है कि धोनी की यह बात सच हुई और उनके फ्रेंड्स ने उनकी तरह हेयरकट रखना शुरू कर दिया.
आकाश चोपड़ा ने एक इंटरव्यू में बताया कि जब माही नए-नए टीम मैं आए थे. तो उन्हें दिनेश कार्तिक के जगह बांग्लादेश टूर पर चांस दिया गया दिनेश कार्तिक की जगह टेस्ट मैच में पक्की थी तो 1 दिन प्रैक्टिस सेक्शन के दौरान धोनी दिनेश कार्तिक को बोल डालते नजर आए.
तब अकाश ने धोनी को कहा कि तुम्हें पता है ना जिसको तुम बोल डाल रहे हो वह तुम्हारा कॉम्पिटेटिव है. धोनी ने तुरंत रिप्लाई किया मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. आप को बैटिंग करनी है तो आप पर बोलिंग डाल दूंगा.
पहली मैच में 0 पर आउट होने के बाद धोनी ने 3 मैच खेलने के बाद ही अपनी सेंचुरी बना ली थी और यह सेंचुरी धोनी ने पाकिस्तान के खिलाफ लगाए थे. उन्होंने सिर्फ 123 वॉल पर 148 रन बनाए थे और यह एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है क्योंकि किसी प्लेयर ने सेंचुरी में 148 रन नहीं बनाए थे.
जिस मैच में धोनी ने अपनी पहली सेंचुरी लगाई उस मैच में पहली बार धोनी इंडिया टीम के लिए 3 नंबर पर बैटिंग के लिए गए थे यह डिसीजन सौरव गांगुली का था क्योंकि वह जानते थे कि धोनी को अभी तक ठीक से मौका नहीं मिला है अपनी बैटिंग की एबिलिटी दिखाने का इसीलिए उन्होंने धोनी को नंबर 3 पर भेजा.
महेंद्र सिंह धोनी ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्हें कभी भी नहीं लगा था कि वह इंडियन टीम के लिए खेलेंगे उन्हें लगा था कि उनका कैरियर सिर्फ स्टेट लेवल पर ही खत्म हो जाएगा और वह उतने से मैं भी खुश रहते धोनी का अप्रोच अभी भी हंबल है उन्हें इंस्पायर करना यह बात बात में अपनी स्टर्लिंग स्टोरी सुनाना अच्छा नहीं लगता
MS Dhoni मूवी में धोनी और प्रियंका की स्टोरी दिखाई गई है जहां धोनी प्रियंका से इंडिया-पाकिस्तान का मैच खेलने की बात करते हैं पर रियालिटी में धोनी प्रियंका से 2002 में मिले थे जब वह सिर्फ स्टेट प्लेयर थे.
जब धोनी को पहली बार इंडिया 18 सिलेक्ट किया गया था तो उसी टूर के दौरान प्रियंका की मौत हो गई थी धोनी इसी टूर के वजह से इंडिया में सिलेक्ट हुए और प्रियंका उन्हें इंडियन टीम के लिए खेलते हुए नहीं देख पाए.
2011 के वर्ल्ड कप फाइनल के दौरान विराट के आउट होने के बाद युवराज को बैटिंग करने आना था पर सब ने देखा कि उनकी जगह धोनी बैटिंग करने आए और 91 की शानदार इनिंग खेलकर इंडिया को वर्ल्ड कप भी जिताया.
जब महेंद्र सिंह धोनी से एक इंटरव्यू में पूछा गया कि तुमने ऐसा क्यों किया तब उन्होंने बताया कि यह एक कैलकुलेट डिसीजन था क्योंकि उस समय मुरली धरण बॉलिंग करा रहे थे. तब धोनी ने सोचा कि उन्हें बैटिंग करने जाना चाहिए क्योंकि मुरली और धोनी आईपीएल में एक साथ खेल चुके थे.
इसलिए धोनी उन से वाकिफ से और अगर एक बार धोनी सेट हो जाते हैं. तो दूसरे प्लेयर आराम से खेल पाते हैं और यही हुआ धोनी की इस डिसीजन के वजह से वह मैच इंडिया की गिरफ्त में आ गया और हमेशा धोनी के इस इनिंग को याद रखा जाएगा.
2011 वर्ल्ड कप जीतने के बाद बहुत से इंडियन क्रिकेट के आंख में आंसू देखे पर क्या आप जानते हैं कि धोनी के आंख से भी आंसू निकल आए थे. वर्ल्ड कप के जीत के बाद धोनी ने यह बात खुद एक इंटरव्यू में बताया उन्हें खुद रोना आ गया था पर कोई भी कैमरामैन उस मूवमेंट को कैप्चर नहीं पाया.
माथेरा खान जो कि एक पाकिस्तान मॉडल लिस्ट है उन्होंने 2008 एशिया कप के दौरान उन्होंने इंसीडेंट रिवील किया. इंडिया और पाकिस्तान एक ही होटल में रुकी हुई थी और माथेरा ने जब पाकिस्तान क्रिकेटर को देखा तो एक्साइटमेंट में वह उनसे ऑटोग्राफ मांगने चले गई.
उस वक्त दोनों ही प्लेयर के टीम डिनर कर रहे थे और जब माथेरा ने पाकिस्तान क्रिकेटर से ऑटोग्राफ मांगा तो वह गुस्सा हो गए और कहे तुम्हें दिख नहीं रहा हम खाना खा रहे हैं. पर इसी बीच धोनी ने माथेरा को कहा कोई बात नहीं आप हमसे ऑटोग्राफ ले लीजिए हम भी तो क्रिकेटर्स हैं और बस इसी के कारण माथेरा धोनी से बहुत इंप्रेस हो गई और उनका कहना है कि धोनी एक ट्रू जेंटलमैन है.
महेंद्र सिंह धोनी को अपने टेस्ट कैप्टंसी के वजह से बहुत क्रिटिसाइज किया जाता था क्योंकि इंडिया का ओवरसीरीज बिल्कुल भी अच्छा नहीं था. पर फिर भी धोनी इंडिया के सबसे सक्सेसफुल कैप्टन है उनकी कैप्टंसी में इंडिया ने 27 मैच जीते हैं.
महेंद्र सिंह धोनी एक ऐसे इकलौते इंडियन क्रिकेट है जिन्होंने आईसीसी कि तीनों मेजर टूर्नामेंट जीती हैं 2007 में T20 वर्ल्ड कप जीता 2011 में वनडे वर्ल्ड कप और 2013 में आईसीसी चैंपियन ट्रॉफी.महेंद्र सिंह धोनी अपनी वाइफ साक्षी को बहुत ही कम क्रिकेट टूर पर लेकर जाते हैं. पर जब भी साक्षी उनके साथ ट्रैवल करती है तो धोनी सिर्फ साक्षी के बने हाथ से खाना खाते हैं.
2016 में एक मैच के दौरान धोनी बोल्ड हो गए थे. तुम विकेट की बेल उनकी आंखों पर जाकर लगी और जैसा कि आप जानते हैं वह चोट धोनी को बाहर बैठाने के लिए काफी थी पर धोनी फिर भी फील्ड पर गए और पूरी इनिंग विकेटकीपिंग की यह इंसीडेंट धोनी का क्रिकेट के प्रति प्रेम दिखाता है.
MS Dhoni की डॉटर Ziva का बर्थ धोनी को वर्ल्ड कप 2015 के चलते मिस करना पड़ा. वे चाहते तो कुछ दिन के लिए इंडिया वापस आ सकते थे उस समय धोनी टीम के कैप्टन थे और उन्होंने कहा कि उस समय वर्ल्ड कप से बड़ा कुछ नहीं है मैं नेशनल ड्यूटी पर आया हूं और मेरा एम सिर्फ वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन करने का है.
जब Ziva का बर्थ हुआ तो यह बात साक्षी धोनी को कुछ बताना चाहती थी पर धोनी प्रैक्टिस के वक्त अपने साथ अपना फोन नहीं रखते तो उन्होंने सुरेश रैना को s.m.s. किया. और तभी उन्हें सुरेश रैना द्वारा उस खुशखबरी के बारे में पता चला.
अपनी कंट्री के लिए हंड्रेड टेस्ट मैच खेलना हर क्रिकेटर के लिए अचीवमेंट होती है पर धोनी ने सिर्फ 90 मैसेज में ही रिटायरमेंट ले ली धोनी का मानना है कि वह कभी भी माइलस्टोन अचीव करने के लिए नहीं खेलते.
सभी जानते हैं कि धोनी को बाइक का बहुत शौक है उनके पास प्रेजेंटली 80 से भी ज्यादा बाइक्स है और साथ-साथ धोनी की अपनी एक अलग बाइक रेसिंग टीम है जिसका नाम है माही रेसिंग टीम इंडिया.
युवराज सिंह की कैंसर की न्यूज़ भी युवराज सिंह से पहले धोनी को मिल गई थी धोनी ने एक इंटरव्यू में बताया कि जिस दिन मेडिकल में कैंसर का जिक्र हुआ. उस दिन धोनी वहीं पर थे तो उस समय डॉक्टर ने सबसे पहले धोनी को ही युवराज के कैंसर के बारे में बताया था और धोनी इस न्यूज़ को सुनते ही बहुत ही चौक गए थे.
कई क्रिकेटर की तरह ही धोनी के इंप्रेशन सचिन तेंदुलकर ही रहे हैं और क्रिकेट खेलते वक्त उनके आइडल थे एडम गिलक्रिस्ट क्योंकि गिलक्रिस्ट काबिल स्टाइल धोनी की बैटिंग से मिलता है.
जब 2004 में महेंद्र सिंह धोनी ने डेब्यू किया तो उस टूर्नामेंट में इंडिया बांग्लादेश स्कोर 3 वनडे क्रिकेट मैच खेलने थे और वह सिर्फ 5 दिन का टूर था. इंडिया ने वह सीरीज अपने नाम की और ड्रेस ड्रेसिंग रूम में सबसे खत्म होने के बाद बैठे तक धोनी की सब टांग खींचने लग गई.
क्योंकि धोनी उस टीम में सबसे नए प्लेयर थे उन्हें कहा गया कि टेबल पर खड़े होकर हमें अपने बारे में बताओ जब उन्होंने अपने बारे में बताना शुरू किया. तो बताया कि मैं टीवी पर ज्यादा मैच नहीं देखता मैं सिर्फ तेंदुलकर के बैटिंग देखने के लिए क्रिकेट देखता हूं देने की बातें सुनकर समझने लगे चाहे धोनी का पहला टूर इतना अच्छा ना गया हो पर धोनी सबसे जल्द ही घुल मिल गए थे.
हर इंडियन को वह मोमेंट याद होगा जब 2002 के नेटवर् ट्रॉफी फाइनल में सौरव गांगुली ने अपनी शर्ट उतारी थी और ऐसे ही 2007 में T20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद धोनी ने अपनी जर्सी ग्राउंड में खड़े एक छोटे बच्चे को दे दी.
क्रिकेट के अलावा धोनी को रोजल फेडरल बहुत पसंद है और बॉलीवुड की बात करें तो धोनी अमिताभ बच्चन की फिल्म के फैन है और किशोर कुमार और लता मंगेशकर उनके फेवरेट सिंगर हैं.
जब 2007 में इंडिया ग्रुप वर्ल्ड कप से बाहर हो गई थी तो राहुल द्रविड़ ने कैप्टंसी छोड़ दिया था ऑल इंडियन टीम को एक नए कैप्टन की जरूरत थी तू सचिन तेंदुलकर वह पहले इंसान थे.
जिन्होंने महेंद्र सिंह धोनी का नाम कैप्टंसी के लिए रिवील किया था और धोनी फिर इंडिया T20 के कैप्टन बने और उनके कैप्टंसी में इंडिया ने T20 वर्ल्ड कप भी जीता. बस इसी प्रोग्रेस को देखते हुए उन्हें ओ डी आई क्रिकेट का कैप्टन बना दिया गया.
महेंद्र सिंह धोनी के कैप्टंसी में ही टीम इंडिया पहली ऐसी टीम बनी जिसने ऑस्ट्रेलियन टीम को टेस्ट सीरीज में वाइट बोर्ड किया. यह अचीवमेंट 2013 के इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया टीम की है इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने कभी भी टेस्ट सीरीज 4 0 के मार्जिन से कभी नहीं हारा.
महेंद्र सिंह धोनी को पहले एल मैच के लिए 1 पॉइंट 5 मिलियन डॉलर मिले थे और उस टाइम के अनुसार यह अमाउंट बहुत ही ज्यादा थी और इससे पहले किसी भी क्रिकेटर को इतने पैसे नहीं दिए गए थे.
2008 श्रीलंका टूवर्ड पर सहवाग इंजर्ड हो गए थे तो धोनी ही थे. जिन्होंने विराट को पहला क्रिकेट खेलने का मौका दिया धोनी ने कहा कि यदि तुम ओपन बैटिंग करते हो तो कल तुम प्लेइंग इलेवन में पक्का हो और वही हुआ कोली ने अपना डेब्यू मैच खेला और सिर्फ 12 रन बनाए पर धोनी हर यंगस्टर को अपना टैलेंट दिखाने का मौका देते हैं तो ऐसे ही महेंद्र सिंह धोनी ने विराट को पूरे महीने टीम में रखा.
महेंद्र सिंह धोनी उस स्पोर्ट पर्सन में से हैं जिन्हें जल्दी उठना पसंद नहीं है मैच के दिन वह हमेशा लेट उठते हैं क्योंकि इससे उनका मानना है कि वह मैच के बारे में ज्यादा नहीं सोचते और उन पर स्ट्रेस नहीं पड़ता तो शायद इसीलिए माही फील्ड पर काम ही दिखाई देते हैं.
महेंद्र सिंह धोनी मैच से पहले कभी भी कीपिंग प्रैक्टिस नहीं करते वह सिर्फ फील्डिंग और चैटिंग ही करते हैं तो आपने देखा होगा मैच के दौरान धोनी कभी रनिंग करते हुए तो कभी फुटबॉल खेलते हैं.
और पढ़ें :
जाने भारत की 8 प्रसिद्ध महिला खिलाड़ी कौन है
मुंबई इंडियंस के बारे में 11 रोचक तथ्य
चेन्नई सुपर किंग्स के बारे में 10 रोचक तथ्य
रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु के बारे में 10 रोचक तथ्य
King XI Punjab के बारे में 9 रोचक तथ्य
[…] […]