6 Habit That Can Reveal Your True Personality in hindi
हर दिन हम अपने ऐसे कई HABITS को रिपीट करते हैं जो पहली नजर में काफी अनइंपॉर्टेंट लगती है पर psychology बताती है कि हमारी छोटी से छोटी आदत हमारी Personality को रिफ्लेक्ट करती है और दूसरों को बताती है कि हम अपने लाइफ को कैसे अप्रोच करते हैं आज हम ऐसे ही 6 हैबिट के बारे में बात करेंगे जो हमारे असली पर्सनैलिटी को दर्शाती है.
नंबर 1. Music Preference
आपकी Music Preference क्योंकि म्यूजिक हमारे पर्टिकुलर मूवमेंट के टेंपरेरी इमोशन और परमानेंट पर्सफेक्टिव को Reinforce करने की ताकत रखता है जब हम सैड होते हैं तब हमारी प्ले लिस्ट में अलग तरह के गाने होते हैं और जब हम एक्सरसाइज करते हैं तब अलग तरह के जिस तरह का म्यूजिक आप सबसे ज्यादा और बार-बार सुनते हो वह दूसरों को आपकी साइकि में चल रहे यूनिक प्रोसेसेस के बारे में बताता है.
और यह इसलिए क्योंकि हमारे दिमाग पर म्यूजिक का असर काफी लंबा टाइम तक रहता है और साइकोलॉजी स्टडीज बताती है कि जो लोग अग्रेसिव म्यूजिक सुनते हैं वह दूसरे लोगों से ज्यादा Restless और नर्वस रहते हैं पॉप म्यूजिक की फैन यूजली एक्सट्रोवर्टेड होते हैं पर उनमें क्रिएटिविटी कम होती है.
हिपहॉप या रेप सुनने वाले लोगों की सेल्फ स्टीम या तो नेचुरल हाई होती है या फिर वह सीधा इस टाइप के गानों को सुनते हैं कॉन्फिडेंट फील करने के लिए सैड या डिप्रेसिंग म्यूजिक सुनने वाले ज्यादा Moody होते हैं और सिर्फ इंस्ट्रूमेंट सुनने वाले लोग इंटेलेक्चुअली क्यूरियस और Deep thinkers होते हैं
नंबर 2 .Atitude Toword Art
आपका आर्ट के Towards एटीट्यूड अपने आपसे पूछो कि जब आप एक पॉपुलर पेंटिंग को देखते हो या फिर पोएट्री या नोवल पढ़ते हो तो आपका जनरल रिस्पांस क्या होता है क्या आपको आर्ट बोरिंग लगती है या फिर क्या आप के हिसाब से आर्ट हमारी जिंदगी को एक डीपर मीनिंग देता है क्योंकि जो लोग आर्टिस्ट चीजों को अप्रिशिएट करते हैं वह खुद भी ज्यादा क्रिएटिव एडवेंचरस ओपन माइंडेड और क्यूरियस होते हैं साइकोलॉजी में इस टाइप के लोगों को जिस पर्सनैलिटी ट्रेट के साथ क्लासिफाई करा जाता है उसे बोलते हैं Openness
नंबर 3. Clean your Room in Orgnised ways
आप अपना रूम कितना साफ और ऑर्गेनाइज रखते हो क्योंकि जो लोग अपने रूम को हमेशा साफ सुथरा और ऑर्गेनाइज रखते हैं वह ज्यादा ऑर्डरली हार्डवर्किंग और रिलाएबल होते हैं इसके साथ ही वह अपना लाइफ को गोल्स और अचीवमेंट के बेस पर डिफाइंड करते हैं.
हाउ एवर इस टाइप के लोगों के लिए एक एक्सट्रीमिस्ट बन्ना बहुत इजी और कॉमन होता है और उसके बाद यह एक Perfectionist भी बन सकते हैं और Obsessive बिहेवियर दिखा सकते हैं पर दूसरी तरफ अगर आपको अपने रूम को मेसी रखने की आदत है तो आप easy-going और डिसऑर्डरली हो आपको रूटीन और स्ट्रक्चर नहीं पसंद और आप रूल्स को तोड़ने में फिर हिचकिचाते नहीं हो
नंबर 4. Use Of Your Words
आप Words को किस तरह से यूज करते हो यह भी आपकी पर्सनैलिटी के बारे में बता सकता है साइकोलॉजिस्ट जेंम्स पेनिबेकर कई सालों से फंक्शन Words जैसे ‘I”This’और ‘The’ को स्टडीज करते आए हैं और उनकी स्टडीज मैं यह पता लगा कि हम किसी भी इंसान की एक जेंडर मेंटल हेल्थ और पर्सनैलिटी के बारे में जान सकते हैं. .
उनके लिखे या बोले वर्ड्स को एनालाइज करके जैसे अगर एक इंसान अपने वरबल कन्वर्सेशन और एवन ईमेल में ‘I’ ‘Me’ या My Self जैसे वर्ड्स को यूज करता है तो उसका मतलब वह सच बोल कर रहा है क्योंकि जो लोग झूठ बोल रहे होते हैं वह अपने आप को उस कन्वर्सेशन मैं मेंशन करने से हिचकिचाते हैं और अपने आपको झूठ से डिटैच करने के लिए वह बार-बार अपने आप को रेफर नहीं करते .
और इसके साथ ही स्टडी मैं एक और शॉकिंग चीज यह पता लगी कि जिन लोगों को अपने आप को रेफर करने की हैबिट होती है वह ओवरऑल ज्यादा डिप्रेस्ड या डिशसेटिस्फाई रहते हैं और अपने आप को क्रिटिसाइज भी ज्यादा करते हैं यानी हमारा लैंग्वेज को यूज करने का तरीका पूरा बदल जाता है जब हमारे इमोशन बदल जाते हैं So आप भी अपने टेक्स्ट मैसेज को चेक करो कि आप कौन से वर्ड यूज़ करते हो
नंबर 5. Phone Addiction
अब अपने फोन से कितने Addicted हो यह बता सकते हैं कि आप इमोशनली कितने Stable हो हमें से ज्यादातर लोगों को बार-बार अपने फोन को चेक करने की आदत होती है It Doesn’t Metter लाइन में खड़े हैं दोस्तों के साथ हैं या फिर इवन कुछ पढ़ रहे हैं हमारा फोन हमें बीच-बीच में हमें थोड़ा थोड़ा डोपामिन देखकर हमारे इमोशन को स्टेबल करके रखता है .
और हमें बोर या इरिटेटेड फील करने से बचाता है पर एक स्टडी बताती है कि फोन एडिक्शन सीधा-सीधा रिलेटेड है इमोशनल इंस्टेबिलिटी यानी Neuroticism से यानी अगर आपको हर समय अपना फोन यूज करने की आदत है और उसके बिना आप ज्यादा टाइम तक नहीं रह सकते तो चांसेस है कि आप एक Moody प्रसन्न हो और आप दूसरों से ज्यादा डर गुस्सा एंजाइटी और लोनलीनेस फील करते हो
नंबर 6. Handwriting
आपकी हैंडराइटिंग यानी आप किस तरीके से वर्ड्स को जोड़ते हो आपके लेटेस्ट कितने बड़े होते हैं और हर लेटर किस तरफ झुका होता है आपकी हैंडराइटिंग से जुड़ी हर छोटी-छोटी हैबिट आपकी पर्सनैलिटी को रिवेल कर सकती है.
एक रिसर्च बताती है कि जिन लोगों की हैंडराइटिंग छोटी होती है वह ज्यादा SHY और इंट्रोवर्टेड होते हैं जबकि बड़ी हैंड राइटिंग वाले लोगों को अटेंशन पसंद होती है और वह एक्सट्रोवर्टेड होते हैं सेकेंड्ली अगर आपके लेटर राइट साइड मैं झुके होते हैं तो उसका मतलब आप फ्रेंडली और इंपल्सिव हो और लेफ्ट साइड में होने का मतलब है आप रिजर्व और अकेले रहते हो पर सीधे लेटर इंडिकेट कर सकते हैं कि आप लॉजिकल और प्रैक्टिकल हो .
Thirdly यह नोटिस करो कि आप कितने प्रेशर के साथ हर वर्ड को लिखते हो ज्यादा प्रेशर के साथ लिखने से आपकी हैंडराइटिंग ज्यादा डार्क और मोटी बन जाती है यह एक साइन होता है कि आप अपनी कमिटमेंट पर डटे रहते हैं और चीजों को सीरियसली लेते हैं जबकि हल्की हैंडराइटिंग वाले लोग ज्यादा सेंसिटिव और इमोशनल होते हैं और उनमें लाइवलीनेस कम होती है.
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