भूमिका : स्वतंत्रता दिवस हमारे देश की आजादी का एक शुभ दिन है। यह दिन 15 अगस्त का है। यह हमारे देश के इतिहास का एक पवित्र पर्व है। यह सारे भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है। इसी दिन हमारे देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था। अब हर भारतीय गुलामी की जीवन छोड़ विकास के मार्ग पर दुनिया के साथ कदम मिला रहा है।
कई वर्षों तक अंग्रेजों के क्रूर बर्तावों को भारतीय लोगों ने सहन किया। आज हमलोग लगभग सभी क्षेत्रों में आजाद है जैसे शिक्षा, खेल, परिवहन, व्यापार आदि क्योंकि ये केवल हमारे पूर्वजों के संघर्षों की वजह से संभव हो सका। 1947 से पहले, लोगों पर बहुत पाबंदियाँ थी यहाँ तक कि उनका अपने दिमाग और शरीर पर भी अधिकार नहीं था। वो अंग्रेजों के गुलाम थे और उनके हर हुक्म को मानने के लिये मजबूर थे। आज हम कुछ भी करने के लिये आजाद है उन महान भारतीय नेताओं की वजह से जिन्होंने ब्रिटीश शासन के खिलाफ आजादी पाने के लिये कई वर्षों तक कड़ा संघर्ष किया।
महत्व : सबसे पहले 1850 ईसवी में हमने आजादी की पहली लड़ाई छेड़ी थी लेकिन उस समय हम में मेल नहीं थी इसलिए हम लोगों सफल नहीं हुए। देश की आजादी के लिए सरदार भगत सिंह को फांसी दी गई और ना जाने कितने नवयुवकों को प्राण गंवाने पड़े। अंत में महात्मा गांधी ने देश को आजाद कराया। 15 अगस्त 1947 ईस्वी को अंग्रेजों ने देश को पूरी तरह आजाद कर दिया। तब से हमारे देश पर अपने देशवासियों का शासन होने लगा। उसी आजादी का याद में हम प्रतिवर्ष स्वतंत्र दिवस मनाते हैं। बहुत खुशी के साथ पूरे भारत में स्वतंत्रता दिवस को मनाया जाता है। ये सभी भारतीयों के लिये बेहद महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि ये हमें मौका देता है उन महान स्वतंत्रता सेनानीयों को याद करने का जिन्होंने हमें एक शांतिपूर्ण और खूबसूरत जीवन देने के लिये अपने जीवन की कुर्बानी दे दी। आजादी से पहले, लोगों को पढ़ने-लिखने की, अच्छा खाने की और हमारी तरह सामान्य जीवन जीने की मनाही थी। भारत में आजादी के लिये जिम्मेदार उन कार्यक्रमों का एहसानमंद होना चाहिये। अपने अर्थहीन आदेशों की पूर्ति के लिये अंग्रेजों द्वारा भारतीयों के साथ गुलामों से भी ज्यादा बुरा बर्ताव किया जाता था।
तैयारी : 15 अगस्त की सुबह प्रभात-फेरी होती है। भारत माता की जय, गाँधी जी की जय और 15 अगस्त जिंदाबाद के नारों से आकाश गूंज उठता है। सभी सरकारी कार्यालयों स्कूलों और कॉलेजों में प्रति 8:00 बजे तक झंडा फहराया जाता है। उस दिन दिल्ली के लाल किले पर प्रधानमंत्री झंडा फहरा कर देश को जनता को संबोधित करते हैं। प्रधानमंत्री के भाषण समाप्त होने पर राष्ट्रीय गीत गाया जाता है।
रत के कुछ महान स्वतंत्रता सेनानी है नेताजी सुभाष चनद्र बोस, गाँधीजी, जे.एल.नेहरु, बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय, भगत सिंह, खुदीराम बोस, चन्द्रशेखर आजाद आदि। ये प्रसिद्ध देशभक्त थे जिन्होंने अपनी जीवन के अंत तक भारत की आजादी के लिये कड़ा संघर्ष किया। हमारे पूर्वजों द्वारा संघर्ष के उन डरावने पलों की कल्पना भी नहीं कर सकते हमलोग। आजादी के वर्षों बाद हमारा देश विकास की सही राह पर है। आज हमारा देश पूरी दुनिया में लोकतांत्रिक देश के रुप में अच्छे से स्थापित है। गाँधी एक महान नेता थे जिन्होंने अहिंसा और सत्याग्रह जैसे आजादी के असरदार तरीकों के बारे में हमें बताया। अहिंसा और शांति के साथ स्वतंत्र भारत के सपने को गाँधी ने देखा।
आकाश में शांति के प्रतीक सफेद कबूतर उड़ाए जाते हैं। उस दिन सभी स्कूल कॉलेजों में राष्ट्रीय झंडा को बड़े सम्मान के साथ फहराने के साथ राष्ट्रीय गीत गाया जाता है। बच्चों को मिठाइयां बांटी जाती है। इस दिन सभी लोग अपने भेदभाव भुलाकर एक-दूसरे से गले मिलते हैं। क्या हिंदू, क्या मुसलमान, क्या सिक्ख, क्या फारसी सभी लोग पूरे उत्साह से स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं।
उपसंहार : जिस स्वतंत्रता को हमने रक्त की होली खेल कर पाया है उसकी रक्षा करना हमारा अहम कर्तव्य है।
भारत हमारी मातृभूमि है और हम इसके नागरिक है। हमें हमेशा इसको बुरे लोगों से बचाने के लिये तैयार रहना चाहिये। ये हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने देश को आगे की ओर नेतृत्व करें और इसे दुनिया का सबसे अच्छा देश बनाये। जय हिन्द।