दोस्तों रिलायंस इंडस्ट्री लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अम्बानी का नाम लगभग हर इंसान जानता है.
forbes मैगजीन ऑल ब्लूमबर्ग के मुताबिक मुकेश अंबानी दुनिया के 10 सबसे अमीर आदमी है. मुकेश अंबानी पिछले 10 सालों से इंडिया के सबसे अमीर इंसान लगातार बने हुए हैं और अभी इंडिया ही नहीं मुकेश अंबानी एशिया के भी सबसे अमीर आदमी बन चुके हैं.
इसके सबसे अमीर आदमी बनने के लिए मुकेश अंबानी ने अलीबाबा के फाउंडर जैक मा कोई पीछे छोड़ा है.
एशिया दुनिया का सबसे बड़ा महाद्वीप जहां china-japan साउथ कोरिया यूएई और सिंगापुर जैसे काफी डेवलप और काफी अमीर देश हैं लेकिन इन किसी भी देश में मुकेश अंबानी से अमीर आदमी कोई नहीं है 2019 में जब ज्यादातर बिलियनर्स की संपत्ति घटी थी.
तब भी मुकेश अंबानी की टोटल नेटवर्क में 17 बिलीयन डॉलर्स का का इजाफा हुआ है यानी मुकेश अंबानी के नेटवर्क में लगभग 120000 करोड रुपए केबल 2019 में ही बड़े बड़े हैं.
फिलहाल मुकेश अंबानी की टोटल नेटवर्क 81 बिलियन डॉलर यानी कि लगभग चार लाख 34 हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा है. इसी वजह से यह दुनिया के दसवीं सबसे अमीर आदमी है
मुकेश अंबानी का बिजनेस हर साल लगभग बढ़ता ही जा रहा है. आपने भी यह सवाल जरूर सोचा होगा कि भारतीय अमीरों की लिस्ट में 10 सालों से लगातार टॉप पर रहने वाले मुकेश अंबानी आखिर इतने अमीर आदमी कैसे और उनकी कमाई का मेन सोर्स क्या है. आइए जानते हैं कि मुकेश अंबानी भारत के सबसे अमीर आदमी कैसे बन गए.
1. मुकेश अंबानी का जन्म धीरूभाई अंबानी और कोकिलाबेन अंबानी के घर 19 अप्रैल 1957 यमन में हुआ था.
2. धीरूभाई अंबानी अपना बिजनेस करना चाहते थे इसलिए 1958 में वह यमन छोड़कर इंडिया वापस आ गए.
3. धीरुभाई ने मुंबई में कपड़े और मसाले का बिजनेस स्टार्ट किया शुरुआत में धीरू भाई ने कपड़े बनाने वाले धागे का प्रोडक्शन स्टार्ट किया धागे की सप्लाई कंपनी को कपड़े बनाने के लिए की जाती थी बाद में धीरुभाई ने खुद ही कपड़ा बनाना भी स्टार्ट कर दिया.
4. 1966 मैं अपनी पहली फैक्ट्री उन्होंने उन्होंने स्टार्ट किया और कंपनी का नाम विमल रखा जिसका नाम बाद में बदल कर ओनली विमल हो गया.
5. धीरुभाई अपने बिजनेस में कॉफी सक्सेसफुल रहे और विमल एक ब्रांड बन गया.
6. रिलायंस इंडस्ट्री का पहला ऑफिस 350 स्क्वायर फीट की जगह मैं बनाया गया था जिसमें केवल एक टेबल तीन कुर्सियां और एक टेलीफोन था.
7. धीरुभाई अपने बिजनेस में लगे रहे और मुकेश अंबानी को पढ़ाते रहे मुकेश अंबानी का बचपन और स्कूल लाइफ एक मिडिल क्लास फैमिली में ही बीती थी उनके पिता का बिजनेस तो काफी अच्छा चल रहा था लेकिन वह इतने बड़े बिजनेसमैन नहीं बन पाए थे.
8. मुकेश अंबानी ने अपने स्कूलिंग हिल ग्रेंज हाई स्कूल से पूरी की स्कूलिंग के बाद मुकेश अंबानी ने मुंबई यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग में B.E की डिग्री हासिल की. इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद मुकेश अंबानी एमबीए करने के लिए स्टैंड फोर्ड यूनिवर्सिटी चले गए.
9. जब मुकेश अंबानी एमबीए कर रहे थे उसी दौरान धीरूभाई अंबानी को पॉलिस्टर फिलामेंट धागे बनाने का लाइसेंस मिल गया.
10. 1980 से पहले पॉलिस्टर धागे का प्रोडक्शन केवल गवर्नमेंट की संस्था ही कर सकती है. 1980 मैं इंदिरा गांधी सरकार ने पॉलिस्टर फिलामेंट धागे का प्रोडक्शन प्राइवेट सेक्टर को देने का फैसला किया.
11. लाइसेंस मिलने के लिए धीरूभाई अंबानी ने आवेदन किया टाटा और बिरला ने भी लाइसेंस के लिए आवेदन किया था. बाकी कॉन्पिटिटिव को पीछे छोड़ते हुए धीरूभाई अंबानी ने लाइसेंस हासिल कर लिया. इस लाइसेंस को मिलने के बाद धीरूभाई अंबानी ने पॉलिस्टर फिलामेंट धागे को बनाने के लिए पातालगंगा रायगढ़ महाराष्ट्र में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाया. प्लांट लगाने के बाद धीरूभाई अंबानी ने मुकेश अंबानी को स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से वापस बुला लिया.
12. अब मुकेश को अपनी एमबीए की पढ़ाई बीच में छोड़ देनी पड़ी इस तरह 24 साल की उम्र में मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज में अपने कैरियर की स्टार्टिंग की इंडस्ट्री में आने के बाद मुकेश अंबानी राशिकभाई मिसवानी के अंडर में काम करने लगे. कुछ दिन काम करने के बाद धीरुभाई ने मुकेश अंबानी को अपनी मर्जी से काम करने की पूरी आजादी दे दी.
13. कोई भी फैसला लेना हो मुकेश अंबानी अपने फादर से सलाह लेते थे मुकेश अंबानी को आजादी मिलने के बाद सबसे ज्यादा फायदा रिलायंस इंडस्ट्री को हुआ.
14. 1985 मैं राशिकाभाई की मृत्यु के बाद पॉलिस्टर फिलामेंट धागे के प्लांट की पूरी जिम्मेदारी मुकेश अंबानी के कंधे पर आ गई उन्होंने इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया.
15. 1985 मैं कंपनी का नाम रिलायंस टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज लिमिटेड से बदलकर रिलायंस इंडस्ट्री लिमिटेड कर दिया गया.
16. 1986 मैं अंबानी परिवार को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब धीरूभाई अंबानी को ब्रेन स्ट्रोक से गुजरना पड़ा ब्रेन स्ट्रोक के बाद कंपनी की सारी जिम्मेदारी मुकेश और उनके भाई अनिल अंबानी के कंधों पर आ गई लेकिन दोनों भाइयों ने अपनी जिम्मेदारी को बखूबी अच्छे से निभाया.
17. ब्रेन स्ट्रोक के बाद महीनों डॉक्टर के निगरानी में रहने के बाद धीरूभाई अंबानी बच तो गए बटन का राइट हैंड पैरालाइज हो गया उनका राइट हैंड पैरालाइज होने के बाद मुकेश अंबानी अपने पिता का राइट हैंड बन गए.
18. मुकेश अंबानी ने ना सिर्फ अपने फादर के मौजूदा बिजनेस को संभाला बल्कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के अंदर कहीं और नए बिजनेस प्लान लेकर आए और रिलायंस कंपनी आगे की ओर बढ़ते गई.
19. 1991 मैं मुकेश अंबानी ने पेट्रो केमिकल प्लांट स्थापित किया इंडिया में यह प्लांट लगने के बाद 1996 रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए कॉफी इंपॉर्टेंट रहा इसी साल इंटरनेशनल क्रेडिट रेटिंग एजेंसी S&P ने रिलायंस इंडस्ट्रीज को बीबी प्लस रेटिंग दी और MOODYS ने B.A.A.3 की रेटिंग दी.
20. टेक्सटाइल पॉलिस्टर फिलामेंट और पेट्रोकेमिकल के सक्सेसफुल बिजनेस के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज ने और भी बिजनेस स्टार्ट किए.
21. 1995 मैं कंपनी ने अमेरिकन कंपनी NYNEX के साथ मिलकर रिलायंस टेलीकॉम की स्थापना की.
22. 1998 मैं एलपीजी के फील्ड में कदम रखा और रिलायंस गैस के नाम से रसोई गैस कंपनी की स्टार्टिंग की.
23. 1998 से 2002 के बीच ही गुजरात के जामनगर में पेट्रोकेमिकल कॉन्प्लेक्स के कंस्ट्रक्शन का काम स्टार्ट हुआ कई सारे फील्ड में उतरने और सक्सेसफुल होने के साथ ही रिलायंस इंडस्ट्री की संपत्ति भी बढ़ती रही.
24. 2002 में धीरूभाई अंबानी की ब्रेन स्ट्रोक की वजह से मौत हो गई पिता की मौत के बाद दोनों भाइयों में संपत्ति को लेकर विवाद हो गया इन दोनों के विवाद से कंपनी को बहुत ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा इन दोनों भाइयों के झगड़े को खत्म करने के लिए उनकी मां कोकिलाबेन आगे रही.
25. रिलायंस इंडस्ट्री का उस समय दो इस समय बटवारा हो गया मुकेश अंबानी के हिस्सों में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और रिलायंस पेट्रोकेमिकल्स कॉर्पोरेशन आ गया बंटवारे के बाद मुकेश अंबानी ने एक नई शुरुआत की और अपने बिजनेस को नए तरीके से आगे बढ़ाना स्टार्ट किया.
26. मुकेश अंबानी के हिस्से में आई जामनगर पैट्रोलियम रिफायनरी दुनिया की सबसे बड़ी पेट्रोलियम रिफाइनरी बन गई है इसकी एबिलिटी 12 लाख 24 हजार बैरल पर डे की है.
27. मुकेश अंबानी की कमाई का मेन सोर्स जामनगर पैट्रोलियम रिफायनरी है.
28. 2006 में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने रिटेल मार्केटिंग में भी कदम रखा रिलायंस रिटेल ब्रांड नाम के अंदर पूरे देश में शॉपिंग सेंटर सेट किया रिलायंस रिटेल में रिलायंस फ्रेश स्टोर काफी मशहूर हो गया. रिलायंस फ्रेश के पंद्रह सौ से ज्यादा स्टोर इंडिया में है और इनके मेन सोर्स रिलायंस फ्रेश रिलायंस ट्रेंड रिलायंस डिजिटल रिलायंस फुटप्रिंट एक्स्ट्रा है.
29. रिलायंस रिटेल की सालाना रिवेन्यू लगभग 200 अरब रुपए है.
30. 2016 टेलीकॉम सेक्टर के लिए एक बहुत ही चेंजिंग ईयर साबित हुआ इस साल रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपना पहला टेलीकॉम सर्विस रिलायंस जिओ स्टार्ट किया और पूरी इंडिया के टेलीकॉम इंडस्ट्री को तहस-नहस कार्ड रिलायंस नई स्टाइल लाइफ नाम से अपना एक फोन भी लांच किया. 2016 में सबसे ज्यादा बिकने वाला फोन ब्रांड में लाइफ तीसरे नंबर पर बेशुमार था.
31. रिलायंस जिओ को टेलीकॉम सेक्टर में आते ही इसने बाजार को पूरी तरीके से बदल दिया और देखते ही देखते बाकी सभी टेलीकॉम कंपनी के मुकाबले सबसे ज्यादा कस्टमर रिलायंस जिओ के बन गए. 300 रिलायंस ने अपने आपको नंबर वन पर ला दिया और जिओ ने 33 करोड़ से ज्यादा अपने कस्टमर बना लिए.
32. 2019 में जिओ ने लगभग ग्यारह हज़ार छह सौ नवासी करोड़ का रेवेन्यू जनरेट किया रिलायंस इंडस्ट्री मीडिया फिल्म और म्यूजिक इंडस्ट्री में भी एक्टिव है मीडिया में रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास नेटवर्क 18 है’ और नेटवर्क 18 के अंडर में कई मैन चैनल और चैनल नेटवर्क है
जैसे HISTORY TV18 VIACOM18 A+E NETWORKS और COLORS TV है कलर्स टीवी के साथ मिलकर रिलायंस कलर्स का मोबाइल ऐप भी लॉन्च हो चुका है. फिल्म में रिलायंस इंडस्ट्रीज यूरो इंटरनेशनल के साथ मिलता है फिल्म कंटेंट प्रोड्यूस करता है म्यूजिक इंडस्ट्री के लिए कैलाश के पास अपना खुद का रिलायंस म्यूजिक इंडस्ट्रीज है.
33. रिलायंस के पास अपना खुद का सबसे खतरनाक स्पोर्ट्स टीम मुंबई इंडियंस है रिलायंस इंडस्ट्रीज में एंप्लॉय की टोटल संख्या 188000 है जिनमें से 30 थाउजेंड परमानेंट एंप्लॉय हैं. बाकी के 158000 टेंपरेरी एंप्लॉय हैं हमने आपको जितने भी कंपनी बताई है. उन सब को मिलाकर मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के अंदर लगभग 160 कंपनियां और 7 एसोसिएट कंपनी है.
34. आज शायद ही ऐसा कोई फील्ड है जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज नहीं है आने वाले दिनों में रिलायंस इंडस्ट्रीज जिओ फाइबर टीवी स्क्रीन सर्विस और ई-कॉमर्स की फील्ड में अपना बिजनेस स्टार्ट करने वाली है.
35. रिलायंस इंडस्ट्रीज में अंबानी परिवार के पास 46.53% हिस्सेदारी है बाकी की दूसरे शेरहोल्डर की है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के मेन शेरहोल्डर में लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया कंपनी जिसकी हिस्सेदारी 7.98% है.
36. रिलायंस इंडस्ट्रीज की कुल कमाई में 70% रेवेन्यू रिफायनिंग 19% पेट्रोकेमिकल और 2 परसेंट ऑयल और गैस और बाकी का 3 परसेंट दूसरे कंपनी की हिस्सेदारी से है.
37. सैलरी के नाम पर मुकेश अंबानी 2008 से सालाना ₹150000000 लेते हैं और अपनी कंपनी की हिस्सेदारी के वजह से ही इंडिया और एशिया के सबसे अमीर इंसान है.
38. रिलायंस इंडस्ट्री ऐसी कोई कंपनी नहीं है जिसने कोई नई खोज की और मार्केट को बदल दिया जैसे कि amazon.app एप्पल और अदर कंपनी लेकिन मैं खोजने तकनीक को विकसित करने की वजह है. रिलायंस ने हमेशा से ही पहले से फील्ड में अपने पैर जमाए हैं इन सबके बावजूद रिलायंस इंडिया की सबसे बड़ी कंपनी बन गई.
39. रिलायंस इंडस्ट्रीज के कामयाबी के पीछे सबसे बड़ा हाथ मुकेश अंबानी का ही है. मुकेश अंबानी सही समय पर सही कदम उठाकर अपने लाइफ में सक्सेसफुल बनते रहे हैं और इंडिया और एशिया के ही रहे बल्कि पूरी दुनिया में 10वें स्थान पर उन्होंने अपना नाम कर लिया.
40. इतने स्ट्रगल करने के बाद मुकेश अंबानी आज उस मुकाम पर पहुंच चुका है जहां पर पहुंचना काफी कठिन है.